बिना सुने गए लगातार बोलते रहना कितना हताश कर देता होगा ना?
2.
किसी को बोलने का मौका न देना और लगातार बोलते रहना नुकसान ही पहुँचाता है.
3.
अब कमेन्टेटर बेचारे को तो बोलना होता है और बोलना ही नहीं होता, लगातार बोलते रहना होता है ।
4.
बिना सुने गए लगातार बोलते रहना कितना हताश कर देता होगा ना? माँ अन्दर से आवाज़ लगाती है कि ब्रेक ख़त्म हो गया है।
5.
उनकी जिन अदाओं की चर्चा टीवी चैनलों में की जाती है उसी से चिढ़ते हैं लोग सबसे ज्यादा,,, कानों को चुभने वाली आवाज़ में ऊट-पटांग लगातार बोलते रहना धाराप्रवाह संभाषण का प्रमाण मान लिया गया है...